हानिकारक गैस को पहचानने वाले शानदार पक्षी के बारे में जानिए

 

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अटलांटिक कैनरी

हानिकारक गैस को पहचानने वाले शानदार पक्षी के बारे में जानिए

इस खूबसूरत धरती पर अनगिनत खूबसूरत पक्षी रहते हैं। ऊपर दी गई तस्वीर देखकर आपको ऐसा लग रहा होगा जैसे गौरैया पक्षी को पीले रंग से रंग दिया गया है, लेकिन गौरैया जैसे दिखने वाले इस पक्षी का नाम अटलांटिक कैनरी है।

इन हरे-भरे जंगलों में हज़ारों रंग-बिरंगे और चमकीले पक्षी अपना घर बनाते हैं। ये पक्षी दिखने में छोटे होते हैं, लेकिन बेहद प्यारे और सुंदर होते हैं। 

ऐसा ही एक खूबसूरत पक्षी है जो बेहद प्यारा है। उम्मीद है आपको इसके बारे में जानकर अच्छा लगेगा। चलिए इस लेख को शुरू करते हैं, हानिकारक गैस को पहचानने वाले शानदार पक्षी के बारे में जानिए | Atlantic Canary Birds in Hindi

अटलांटिक कैनरी को दुनिया की एकमात्र जंगली कैनरी के रूप में भी जाना जाता है

अटलांटिक कैनरी कैनरी द्वीप समूह, अज़ोरेस और मदीरा का मूल निवासी है। जंगल के अलावा, यह कई अलग-अलग स्थानीय क्षेत्रों में भी पाया जाता है।

अटलांटिक कैनरी को दुनिया की एकमात्र जंगली कैनरी के रूप में भी जाना जाता है। इसके अलावा, इसे आइलैंड कैनरी या कॉमन कैनरी के नाम से भी जाना जाता है।

ये ज़्यादातर खुली जगहों पर रहना पसंद करते हैं। इन्हें अटलांटिक कैनरी, सेरिनस कैनरिया, कैनरी या कॉमन कैनरी जैसे कई नामों से जाना जाता है।

इस पक्षी को आइलैंड कैनरी या कैनरी आइलैंड कैनरी के नाम से भी जाना जाता है। यह छोटी गौरैया दुनिया की एकमात्र जंगली कैनरी है। यह चमकीला पीला पक्षी छोटे यूरोपीय सेरिन से काफी मिलता-जुलता है।

इन पक्षियों का इस्तेमाल कॉल माइंस में किया जाता था

अटलांटिक कैनरी का वैज्ञानिक नाम सेरिनस कैनरिया है। अटलांटिक कैनरी अपनी सुंदर उपस्थिति और मधुर आवाज के साथ बहुत अच्छे पालतू जानवर हैं।

कैनरी पक्षियों का इस्तेमाल पहले अमेरिका में किया जाता था। इन पक्षियों का इस्तेमाल कॉल माइंस में किया जाता था। कैनरी पक्षी इस हानिकारक गैस को पहचान लेते हैं।

जिसके कारण कॉल माइंस में काम करने वाले लोगों को बचाने के लिए कैनरी पक्षी का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया।

कैनरी पक्षी की 3 प्रजातियाँ होती हैं

कैनरी पक्षी की 3 प्रजातियाँ होती हैं, इनमें से एक प्रजाति अपने रंगों के कारण भी जानी जाती है। दूसरी अपने गाने के कारण अलग है। और तीसरी प्रजाति अपने आकार और पंखों के कारण अलग है।

अटलांटिक कैनरी विभिन्न प्रकार के आवासों में पाई जाती हैं। ये प्रजातियाँ चीड़, लॉरेल के जंगलों और रेत के टीलों में रहती हैं। कैनरी आमतौर पर छोटे पेड़ों वाले क्षेत्रों में पाई जाती हैं।

अटलांटिक कैनरी अज़ोरेस और मदीरा द्वीपों के मूल निवासी हैं जिन्हें पूर्वी अटलांटिक महासागर में मैकरोनेसिया के नाम से जाना जाता है।

द्वीप का नाम इसी पक्षी के नाम पर रखा गया है

इस द्वीप पर कैनरी पक्षी पाया गया था। इस द्वीप का नाम इसी पक्षी के नाम पर रखा गया है। आज यह द्वीप अफ्रीका में स्थित है। ये अन्य पक्षियों की तरह प्रवासी पक्षी नहीं हैं।

अटलांटिक कैनरी विभिन्न प्रकार के आवासों में पाई जाती हैं, जंगलों से लेकर चीड़, लॉरेल और रेत के टीलों तक। अटलांटिक कैनरी दिन के समय सक्रिय रहती हैं। कैनरी पक्षी झुंड में ज़मीन पर या कम ऊँचाई वाली वनस्पतियों में भोजन करते हैं। पढ़िए- मिलिए दुनिया के 10 जानवर से जो रंग बदलने में माहिर होते हैं

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अटलांटिक कैनरी 

कैनरी पक्षी ज़्यादातर पीले रंग के होते हैं

अटलांटिक कैनरी के पंख हरे-पीले रंग के होते हैं और शरीर पर भूरे रंग के निशान होते हैं। अटलांटिक कैनरी की चोंच हल्के गुलाबी रंग की होती है।

इसके पैर भूरे और पूँछ भूरे-हरे रंग की काँटेदार होती हैं। नर पक्षी की ठुड्डी, गले और छाती पर जैतूनी हरे रंग के निशान होते हैं। इसके अलावा, इसका पेट सुनहरे पीले रंग का होता है। कैनरी पक्षी ज़्यादातर पीले रंग के होते हैं और इनके अलावा, ये सफ़ेद, नारंगी और गुलाबी रंग के भी होते हैं।

नर और मादा दिखने में एक जैसे आकार के होते हैं

नर और मादा दिखने में एक जैसे आकार के होते हैं। लेकिन मादा ज़्यादातर भूरे रंग की होती है जिसके सिर और पीठ पर काली धारियाँ होती हैं। इनके पेट पर पीला रंग कम होता है।

अटलांटिक कैनरी एक मिलनसार पक्षी है। ये पक्षी मनुष्यों के साथ आसानी से रह सकते हैं। कैनरी पक्षी एक सर्वाहारी पक्षी है। ये पक्षी अपने भोजन में घास, बीज, फल, सब्जियाँ, कीड़े आदि खाते हैं। ये पक्षी देखने में बहुत सुंदर और प्यारे होते हैं।

अटलांटिक कैनरी पक्षी कम घने जंगलों में रहना पसंद करते हैं, इन्हें खुला वातावरण पसंद है और इन पक्षियों को पालतू बनाया जा सकता है।

इन्हें घर पर पिंजरे में रखा जा सकता है, लेकिन पिंजरे का आकार खुला वातावरण के लिए चौड़ा और लंबा होना चाहिए क्योंकि कैनरी पक्षी को ऐसा वातावरण पसंद है।

अटलांटिक कैनरी की लंबाई 3.9-4.7 इंच तक होती है। अटलांटिक कैनरी के पंखों का फैलाव 21 से 23.7 सेमी तक होता है।

अटलांटिक कैनरी, यूरोपीय सेरिन से 10% बड़ी होती है। सेरिन का रंग भी चमकीला पीला होता है और इसकी विशिष्ट विशेषताएँ होती हैं। अटलांटिक कैनरी का वज़न 8 से 24 ग्राम तक होता है।

अटलांटिक कैनरी की संख्या जंगल में बड़ी और स्थिर है

आपको यह भी बता दें कि अटलांटिक कैनरी की संख्या जंगल में बड़ी और स्थिर है। कैनरी पक्षी लुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में नहीं है।

कैनरी प्रजाति सेरिनस कैनरिया वंश से आती है। कैनरी पक्षी बहुत ही सुंदर और मधुर ध्वनि निकालते हैं। कैनरी पक्षी ज़्यादातर कम घने जंगलों में पाए जाते हैं।

अटलांटिक कैनरी पक्षी जोड़े में रहते हैं। हालाँकि नर और मादा दोनों ही अच्छा गाते हैं, लेकिन नर पक्षी बहुत अच्छा गाता है।

अटलांटिक कैनरी की कोई निश्चित गति नहीं है लेकिन यह बहुत तेज़ पाई जाती है और लम्बे समय तक उड़ती है।

नर कैनरी मादा कैनरी को गाकर आकर्षित करता है

नर कैनरी मादा कैनरी को गाकर आकर्षित करता है। ये पक्षी समूहों में अपना घोंसला बनाते हैं। प्रत्येक जोड़ा एक छोटे से क्षेत्र की रक्षा करता है।

अटलांटिक कैनरी छोटे-छोटे क्षेत्रों की रक्षा के लिए प्रत्येक जोड़े के साथ मिलकर काम करती है। ये कैनरी झुंड में रहने वाले पक्षी हैं जो ज़मीन से 1-6 मीटर ऊपर किसी पेड़ या झाड़ी पर अपना घोंसला बनाते हैं। पढ़िए- बाज की आवाज़ नकल करने वाले पक्षी के बारे में करीब से जानिए

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अटलांटिक कैनरी 

पक्षी पेड़ों पर या झाड़ियों में अपने घोंसले बनाते हैं जो पत्तियों के बीच छिपे होते हैं

अटलांटिक कैनरी पक्षी पेड़ों पर या झाड़ियों में अपने घोंसले बनाते हैं जो पत्तियों के बीच छिपे होते हैं। ये अपने घोंसले पत्तों के भीतर छिपाते हैं। ये घोंसले तनों, घास, पुआल और बालों व पंखों सहित किसी भी अन्य वनस्पति सामग्री से बनाते हैं।

इन पक्षियों का प्रजनन काल जनवरी से जुलाई तक रहता है। मादा पक्षी 3 से 5 अंडे देती है। ये अंडे हल्के नीले और हरे रंग के होते हैं।

अटलांटिक कैनरी के अंडों पर लाल और बैंगनी रंग के निशान होते हैं। इन अंडों को 14 दिनों तक ऊष्मायन काल के लिए रखा जाता है, जिसके बाद बच्चे अंडों से बाहर आ जाते हैं। 36 दिन की उम्र में, वे स्वतंत्र रूप से रहने के लिए तैयार हो जाते हैं।

हाल ही में हुई जनगणना के अनुसार, कैनरी द्वीप समूह में अटलांटिक कैनरी, सेरिनस कैनरिया नामक पक्षी प्रजाति की जनसंख्या लगभग 80000-90000 जोड़े है।

अज़ोरेस में इनके 30,000-60,000 जोड़े और स्पेन के मदीरा में लगभग 4,000-5,000 जोड़े होने का अनुमान है। ये पक्षी दुनिया भर में और खासकर स्पेन में व्यापक रूप से पाए जाते हैं।

अटलांटिक कैनरी बहुत ही मिलनसार और शांत स्वभाव के होते हैं

अटलांटिक कैनरी  के जीवन को तत्काल कोई खतरा नहीं है, इसलिए अटलांटिक कैनरी की संरक्षण स्थिति को न्यूनतम चिंताजनक श्रेणी में रखा गया है।

आमतौर पर अटलांटिक कैनरी जंगल में 8-10 साल तक जीवित रहती है और पालतू होने पर 20 साल तक जीवित रहती है।

ये बहुत ही मिलनसार और शांत स्वभाव के होते हैं। इनसे किसी को कोई खतरा नहीं होता। ये बुद्धिमान पक्षी हैं, अपनी सुंदर उपस्थिति और मधुर आवाज़ के कारण अटलांटिक कैनरी बेहतरीन पालतू जानवर साबित होते हैं।

अटलांटिक कैनरी के बारे में रोचक तथ्य

1. कैनरी पक्षियों में क्या खासियत है?

कैनरी प्रजाति सेरिनस कैनरिया वंश से आती है। कैनरी पक्षी बहुत ही सुंदर और मधुर ध्वनि निकालते हैं। कैनरी पक्षी ज़्यादातर कम घने जंगलों में पाए जाते हैं। अटलांटिक कैनरी पक्षी जोड़े में रहते हैं। हालाँकि नर और मादा दोनों ही पक्षी अच्छा गाते हैं, लेकिन नर पक्षी बहुत अच्छा गाता है।

2. कैनरी कितना बड़ा होता है?

अटलांटिक कैनरी की लंबाई 3.9-4.7 इंच तक होती है। अटलांटिक कैनरी के पंखों का फैलाव 21 से 23.7 सेमी तक होता है।

3. कैनरी कहाँ रहती है?

अटलांटिक कैनरी कैनरी द्वीप समूह, अज़ोरेस और मदीरा का मूल निवासी है। यह जंगल के अलावा कई अन्य स्थानीय क्षेत्रों में भी पाया जाता है।

4. कैनरी किस रंग का होता है?

इसके पैर भूरे और पूँछ भूरे-हरे रंग की काँटेदार होती है। नर पक्षी की ठुड्डी, गले और छाती पर जैतूनी हरे रंग के निशान होते हैं। इसके अलावा, इसका पेट सुनहरे पीले रंग का होता है। कैनरी पक्षी ज़्यादातर पीले रंग के होते हैं और इनके अलावा ये सफ़ेद, नारंगी और गुलाबी रंग के भी होते हैं।

5. कैनरी मछली कहाँ से आती है?

कैनरी पक्षी एक द्वीप पर पाया गया था। इस द्वीप का नाम इसी पक्षी के नाम पर रखा गया है। आज वह द्वीप अफ्रीका में स्थित है। ये पक्षी अन्य पक्षियों की तरह प्रवासी पक्षी नहीं हैं।

6. कैनरी अपने भोजन में क्या खाती है?

कैनरी पक्षी एक सर्वाहारी पक्षी है। यह पक्षी अपने भोजन में घास, बीज, फल, सब्ज़ियाँ, कीड़े-मकोड़े आदि खाता है। ये पक्षी देखने में बहुत सुंदर और प्यारे होते हैं।

7. कैनरी कितने समय तक जीवित रहती है?

आमतौर पर अटलांटिक कैनरी जंगल में 8-10 साल तक जीवित रहती है और पालतू होने पर 20 साल तक जीवित रहती है।

8. कैनरी पक्षी की उड़ान की गति कितनी है?

कैनरी की कोई निश्चित गति नहीं है, लेकिन यह बहुत तेज होती है और लम्बे समय तक उड़ती है।

9. कैनरी पक्षी अपना घोंसला कहाँ बनाता है?

कैनरी छोटे-छोटे क्षेत्रों की रक्षा के लिए प्रत्येक जोड़े के साथ समूह बनाती है। ये कैनरी झुंड में रहने वाले पक्षी हैं जो ज़मीन से 1-6 मीटर ऊपर किसी पेड़ या झाड़ी पर अपना घोंसला बनाते हैं।

10. कैनरी पक्षियों की कितनी प्रजातियाँ हैं?

कैनरी पक्षी की तीन प्रजातियाँ हैं, जिनमें से एक अपने रंगों के कारण पहचानी जाती है। दूसरी अपने गीतों के कारण विशिष्ट है। और तीसरी प्रजाति अपने आकार और पंखों से पहचानी जाती है।

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DD Vaishnav

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